शेयर बाजार में CE और PE क्या होता है?

शेयर बाजार में CE और PE क्या होता है

शेयर बाजार में निवेश करते समय, कई सारे शब्दों और अवधारणाओं से परिचित होना जरूरी होता है। इनमें से दो महत्वपूर्ण शब्द हैं CE और PE, जो ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े हुए हैं।

CE का मतलब कॉल ऑप्शन (Call Option) होता है, और PE का मतलब पुट ऑप्शन (Put Option) होता है। ये दोनों ही विकल्प निवेशकों को भविष्य में एक निश्चित मूल्य पर किसी शेयर को खरीदने या बेचने का अधिकार देते हैं, लेकिन बाध्यता नहीं।

कॉल ऑप्शन (CE)

कॉल ऑप्शन खरीदने का मतलब है कि आप यह अधिकार प्राप्त करते हैं कि आप किसी भविष्य की तारीख (एक्सपायरी डेट) से पहले या उस तारीख को, किसी निश्चित मूल्य (स्ट्राइक प्राइस) पर, अंतर्निहित शेयर को खरीद सकते हैं।

उदाहरण: मान लीजिए कि किसी कंपनी का वर्तमान शेयर मूल्य ₹100 है। आप ₹110 के स्ट्राइक प्राइस पर एक कॉल ऑप्शन ₹5 के प्रीमियम (premium) पर खरीदते हैं। इसका मतलब है कि आप ₹105 (₹110 + ₹5) का भुगतान करके, एक्सपायरी डेट से पहले या उस तारीख को, कंपनी का शेयर ₹110 प्रति शेयर पर खरीद सकते हैं।

यदि एक्सपायरी डेट से पहले या उस तारीख को, शेयर का मूल्य ₹115 या उससे अधिक हो जाता है, तो आप लाभ कमा सकते हैं। आप शेयर को ₹110 में खरीदकर, ₹115 में बेचकर ₹5 प्रति शेयर का लाभ कमा सकते हैं।

लेकिन, यदि एक्सपायरी डेट पर शेयर का मूल्य ₹110 से कम रहता है, तो आप अपना पूरा प्रीमियम (₹5) गंवा देंगे।

पुट ऑप्शन (PE)

पुट ऑप्शन खरीदने का मतलब है कि आप यह अधिकार प्राप्त करते हैं कि आप किसी भविष्य की तारीख (एक्सपायरी डेट) से पहले या उस तारीख को, किसी निश्चित मूल्य (स्ट्राइक प्राइस) पर, अंतर्निहित शेयर को बेच सकते हैं।

उदाहरण: मान लीजिए कि किसी कंपनी का वर्तमान शेयर मूल्य ₹100 है। आप ₹110 के स्ट्राइक प्राइस पर एक पुट ऑप्शन ₹5 के प्रीमियम (premium) पर खरीदते हैं। इसका मतलब है कि आप ₹105 (₹110 + ₹5) का भुगतान करके, एक्सपायरी डेट से पहले या उस तारीख को, कंपनी का शेयर ₹110 प्रति शेयर पर बेच सकते हैं।

यदि एक्सपायरी डेट से पहले या उस तारीख को, शेयर का मूल्य ₹95 या उससे कम हो जाता है, तो आप लाभ कमा सकते हैं। आप शेयर को ₹110 में खरीदकर, ₹95 में बेचकर ₹15 प्रति शेयर का लाभ कमा सकते हैं।

लेकिन, यदि एक्सपायरी डेट पर शेयर का मूल्य ₹110 से अधिक रहता है, तो आप अपना पूरा प्रीमियम (₹5) गंवा देंगे।

CE और PE का उपयोग कब करें?

निवेशक विभिन्न कारणों से CE और PE का उपयोग करते हैं।

लाभ कमाने के लिए: यदि आपको लगता है कि किसी शेयर की कीमत भविष्य में बढ़ेगी, तो आप कॉल ऑप्शन खरीद सकते हैं। यदि आपको लगता है कि किसी शेयर की कीमत भविष्य में घटेगी, तो आप पुट ऑप्शन खरीद सकते हैं।

हेजिंग के लिए: आप अपने शेयर पोर्टफोलियो को हेज करने के लिए भी CE और PE का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास किसी कंपनी के शेयर हैं, और आपको डर है कि उनकी कीमत गिर सकती है, तो आप उस कंपनी के पुट ऑप्शन खरीद सकते हैं।

CE और PE के जोखिम

CE और PE का उपयोग करते समय कुछ जोखिमों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है:

  • समय क्षय (Time Decay): ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी डेट होती है। जितना करीब एक्सपायरी डेट आती है, उतना ही ऑप्शन का मूल्य कम होता जाता है, भले ही अंतर्निहित शेयर की कीमत स्थिर रहे। इसे टाइम डेके (समय क्षय) कहा जाता है।
  • अस्थिरता (Volatility): ऑप्शन की कीमत अंतर्निहित शेयर की कीमत के साथ-साथ अस्थिरता (volatility) से भी प्रभावित होती है। बाजार में जितनी अधिक अस्थिरता होती है, उतना ही अधिक महंगा ऑप्शन होता है।

CE और PE के लिए सावधानीपूर्वक विचार

CE और PE जटिल वित्तीय उपकरण हो सकते हैं। इनका उपयोग करने से पहले, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:

  • अपने जोखिम को समझें: ऑप्शन ट्रेडिंग में सीधा शेयर खरीदने की तुलना में अधिक जोखिम शामिल होता है। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग के जोखिमों को पूरी तरह से समझते हैं।
  • शिक्षा और अनुभव: ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको ऑप्शन कैसे काम करते हैं, इसके बारे में खुद को शिक्षित करना चाहिए। आप ऑनलाइन संसाधनों, पुस्तकों या वित्तीय सलाहकारों की मदद से सीख सकते हैं।

निष्कर्ष 

शेयर बाजार में निवेश के कई तरीके हैं, और CE और PE ऑप्शन ट्रेडिंग उनमें से एक है। यह उन निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो बाजार का रुख पकड़ने में सक्षम हैं या अपने शेयर पोर्टफोलियो को हेज करना चाहते हैं। हालांकि, CE और PE का उपयोग करते समय सावधानी बरतना जरूरी है। ऑप्शन ट्रेडिंग में सीधे शेयर खरीदने की तुलना में अधिक जोखिम शामिल होता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इनके काम करने के तरीके और इनसे जुड़े जोखिमों को पूरी तरह से समझते हैं। शिक्षा और अनुभव के साथ, CE और PE आपके निवेश रणनीति में एक मूल्यवान उपकरण बन सकते हैं।

यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें जो आपको आपकी विशिष्ट परिस्थितियों के लिए उपयुक्त रणनीति बनाने में मदद कर सके।

Leave a Comment

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *